2016-08-02 04:49:26
किसी सन्त ने कहा कि . . .
“मनुष्य में धैर्य हो तो बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान हो सकता है।।”
एक व्यक्ति ने प्रश्न किया कि . . .
“क्या धैर्य से आप छलनी में पानी को ठहरा सकते हो ? क्या यह सम्भव है ?”
सन्त ने उत्तर दिया कि . . .
‘पानी’ को ‘बर्फ़’ बनने तक का तुम में ‘धैर्य’ होगा तो यह भी सम्भवहै।।