2017-01-29 12:35:30
ना पूछ मेरे सब्र की
इंतेहा कहाँ तक है;
तु सितम कर ले,
तेरी हसरत जहाँ तक है;
वफ़ा की उम्मीद,
जिन्हें होगी उन्हें होगी;
हमें तो देखना है
कि तु बेवफ़ा कहाँ तक है…😇😎
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Good night…🔫🔫🔫 night…?Good