2016-06-30 15:26:39
_तेरा मेरा करते एक दिन चले जाना है,_
_जो भी कमाया यही रह जाना है !_
_कर ले कुछ अच्छे कर्म,_
_साथ यही तेरे जाना है !_
_रोने से तो आंसू भी पराये हो जाते हैं,_
_लेकिन मुस्कुराने से…_
_पराये भी अपने हो जाते हैं !_
_मुझे वो रिश्ते पसंद है,_
_जिनमें ” मैं ” नहीं ” हम ” हो !!_
_इंसानियत दिल में होती है, हैसियत में नही,_
_उपरवाला कर्म देखता है, वसीयत नही.._