2017-05-16 04:36:05
*झांक रहे हम सबके आँगन*
*अपने आँगन झाँके कौन?*
*ढूँढ रहे दुनियाँ में खामी*
*अपने मन में झाँके कौन?*
*सबके भीतर चोर छुपा है*
*उसको अब ललकारे कौन?*
*दुनियाँ सुधरे सब चिल्लाते*
*खुद को आज सुधारे कौन?*
*पर उपदेश कुशल बहुतेरे*
*खुद पर आज बिचारे कौन?*
*हम सुधरें तो जग सुधरेगा*
*इस मुद्दे पर सब हैं मौन*
*सुप्रभात*
*_🌿जीवन को इतना शानदार बनाओ,की आपको याद करके किसी निराश व्यक्ति की आखों में भी चमक आ जाए..!!🌿_*
💢 *आज का विचार*💢
✍🏻… जब तक साँस है,
“टकराव” मिलता रहेगा।
जब तक रिश्ते हैं,
“घाव” मिलता रहेगा।
पीठ पीछे जो बोलते हैं,
उन्हें पीछे ही रहने दे।
अगर हमारे कर्म,
भावना और रास्ता सही है ..
🍂🍂तो,🍂🍂
गैरों से भी ” लगाव ” मिलता रहेगा..
¸.•*””*•.¸
🌹🎁🌹🎁🌹
🙏🏻सुप्रभात🙏🏻
🙏🏼🙏🏼 🙏🏼🙏🏼
😊 *आपका दिन मंगलमय हो*😊