2018-07-06 06:04:57
*”पाप हमारी सोच से होता हैं,*
*शरीर से नही*
*और*
*तीर्थों का जल,*
*हमारे शरीर को साफ करता हैं,*
*हमारी सोच को नही।”*
*ग़लती नीम की नहीं*
*कि वो कड़वा है‼*
*ख़ुदगर्ज़ी जीभ की है*
*जिसे मीठा पसंद है‼*
🌹🌹🌹राधे राधे 🌹🌹🌹
🙏🏻😊🙏🏻