2016-11-16 20:12:38
*🌹🌺”लफ़्ज़” “आईने” हैं*
*मत इन्हें “उछाल” के चलो*
*”अदब” की “राह” मिली है तो*
*”देखभाल” के चलो*
*मिली है “ज़िन्दगी” तुम्हे*
*इसी ही “मकसद” से,*
*”सँभालो” “खुद” को भी और*
*”औरों” को भी “सँभाल” के चलो*
Good morning🌺🌹