2018-01-08 14:08:17
भगवान *”कृष्ण”* स्वयं कहते हैं, कि
*”राधा”* उनकी आत्मा है,
वह *”राधा”* में, और
*”राधा”* उनमें बसती है !
*”गोविन्द”* को यही पसंद है कि,
लोग भले ही, उनका नाम नहीं लें,
लेकिन *”राधा”* का नाम जपते रहें।
प्रेम से बोलो *”जय श्री राधे”….🌸💐👏🏼*