2017-06-04 08:04:57
🎿 🏂 🎿 🏂 🎿 🏂 🎿
🏂 *झूला जितना पीछे जाता*
*है, ठीक उसी के बराबर*
*उतना ही आगे भी आता*
*है।*
🏂 *इसी तरह सुख और दुख*
*दोनों ही जीवन में बराबर*
*आते और जाते हैं ।*
🏂 *जिन्दगी का झूला अगर*
*पीछे जाए तो डरिए मत,*
*वह आगे भी आएगा ।*
🙏🏽 *शुभप्रभात*🙏🙏