*दो ही चीजें ऐसी


*दो ही चीजें ऐसी हैं,*
*जिन्हें देने में किसी का*
*कुछ नहीं जाता….*
*एक ‘; मुस्कुराहट ‘;*
*और दूसरी ‘; दुआ ‘;,*

*हमेंशा बांटते रहिए !!*
*हमेंशा बढ़ती रहेंगी…………..*😊🌹
*शुभप्रभात*
*हँसते रहिये और हँसाते रहिये*


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