इस तरह से मैं
इस तरह से मैं तुझे अपनी जिन्दगी में ले आऊँगा,
रातों की चाँदनी से मैं तेरे आशियाने को सजाऊँगा,
तु रूठ गई कभी मुझसे जो,
तो तितलियों से रंग चुरा लुँगा,
उन रंगों की अनजूमन से फिर,
एक कश्ती को मैं सजाऊँगा,
जहाँ रकस होगा बहारों का..
आसमाँ के पंक्षी गीत गाऐंगे,
फूलों की तुझ पर बारिश होगी..
तेरी छुअन से मोती बन जाऐंगे,
मुझे कसम है तेरी ऐ मेरी जिन्दगी
हर पल को बस तेरे ही संग बिताऊँगा,
शामों सहर बस तेरे ही गीत लिखुँगा,
दिल के हर एक कोने को तेरी यादों से मैं सजाऊँगा