एक आंसू तेरा गिरता
एक आंसू तेरा गिरता है, उस लम्हा यहाँ कोई मरता है,
तेरी सिसकियों की आवाज़ पे, “मन” उसका बहुत तड़पता है……
तू बेबस नहीं, तू तनहा नहीं, तू जान-ए-तमन्ना है उसकी ,
तुझे दर्द जब होता है, दिल उसका भी आंसुओं से रोता है……
एहसास हो जाता है दिल को, जब-जब परेशान तू होती है,
तू ही तो कहती है, की मोहब्बत में कुछ ऐसा ही होता है…….