कोई वादा ना कर,
कोई वादा ना कर, कोई इरादा ना कर;
ख्वाहिशों में खुद को आधा ना कर;
ये देगी उतना ही जितना लिख दिया
परमात्मा ने;
इस तकदीर से उम्मीद ज़्यादा ना कर।।
जिन्दगी की हर सुबह
कुछ शर्ते लेके आती है।
और जिन्दगी की हर शाम
कुछ तर्जुबे देके जाती है।
🌹शुभ✨प्रभात।🌹