जिन्दगी मिली….. ….”जरा सी थी” कुछ
जिन्दगी मिली…..
….”जरा सी थी”
कुछ इसमें कमी…..
….”जरा सी थी”
वो रोज होता गया पास मेरे,
लेकिन फिर भी दूरी…..
….”जरा सी थी”
चाँद जागते जागते सो भी गया,
रात अभी बीती……
….”जरा सी थी”
मोहब्बत बाँट दी उसने जमाने में
लेकिन, जो मेरे हिस्से में आई वो
मोहब्बत……
….”जरा सी थी”…!!!