जिसे निभा न सकूँ, ऐसा


जिसे निभा न सकूँ,
ऐसा वादा नही करता
मैं बातें औकात से,
ज्यादा नहीं करता.

तमन्ना रखता हूं,
आसमान छू लेने की
पर
औरो को गिराने का,
इरादा नहीं करता..।।

सुप्रभात भीत्रो
💐💐💐💐💐💐


Tags :