ठोकरें ख़ाता हूँ पर ठोकरें ख़ाता हूँ पर “शान” से चलता हूँ। मैं खुले आसमान के नीचे सीना तान के चलता हूँ मुश्किलें तो “साज़” हैं ज़िंदगी का। “आने दो-आने दो” उठूंगा , गिरूंगा फिर उठूंगा और आखिर में “जीतूंगा मैं ही” ये ठान के चलता हूँ……. !! Motivational Quotes FunnyTube 7 years ago Tags : life