तुम एम.ए. फ़र्स्ट डिवीजन


तुम एम.ए. फ़र्स्ट डिवीजन हो, मैं हुआ मैट्रिक फ़ेल प्रिये ।

मुश्किल है अपना मेल प्रिये, ये प्यार नही है खेल प्रिये ।

तुम फौजी अफ़्सर की बेटी हो , मैं तो किसान का बेटा हूँ ।

तुम रबडी खीर मलाई हो , मैं सत्तू सपरेटा हूँ ।

तुम ए. सी. घर में रहती हो, मैं पेड के नीचे लेटा हूँ ।

तुम नयी मारूती लगती हो, मैं स्कूटर लम्बरेटा हूँ ।

इस कदर अगर हम छुप -छुप कर, आपस मे प्रेम बढायेंगे ।

तो एक रोज़ तेरे डैडी जी…


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