नहीं था ज़ोर उसकी नहीं था ज़ोर उसकी सितम नवाजियो का मगर, मुझे भी होंसले मेरे खुदा से मिले, मेरी आन क्युँ कहती है बार-बार मुझे, वो महोब्बत ही क्या जो इलतीजा से मिले Shayari FunnyTube 6 years ago Tags : friendship