प्रेम देह का मिलन प्रेम देह का मिलन नहीं है, प्रेम दिलों का जुड़ना है चोटी पर चढ़कर मैं सोचूँ, आगे बढूँ कि मुडना है ? समझ मुझे समझाती है ये, रुक जाओ,गिर जाओगे, प्रेम कह रहा, पंख पसारो, नीलगगन तक उड़ना है.. … Shayari FunnyTube 6 years ago Tags : love