शबनमी लबो की तेरे,एक


शबनमी लबो की तेरे,एक दिन चुराऊँगा मैं…
ज़ुल्फ़ों को तेरी साया,एक दिन बनाऊंगा मैं…

हिफाज़त करूँगा तेरी,जब तक है सांसे बाकि…
तुझे चाहता हूँ कितना,एक दिन बताऊंगा मैं…
जागते हैं जैसे,रात रात भर हम…
नींदे तेरी आँखों से भी एक दिन उड़ाऊंगा मैं…
छुपा ले कितना भी,अंचल में तू चेहरे को…
घूँघट यह तेरा,एक दिन उठाऊंगा मैं…

रहूँगा साथ तेरे,दुनिया हो चाहे दुश्मन…
दीवानगी है कितनी,एक दिन दिखाऊंगा मैं….


Tags : romantic