हसंते दिलो में गम
हसंते दिलो में गम भी हे
मुस्कुराती आँखे कभी नम भी हे
दुआ करते हे आप की हंसी कभी न रुके
क्योंकि आप की मुस्कुराहट के दीवाने हम भी है.
मोहब्बत भी अजीब सी होती है
हर लम्हा उनकी कमी सी होती
चाहते है उनको इस कदर हम
ज़रा सी खरोच उनको लगे तो तकलीफ हमे होती है…..
इश्क़ में ऐसे अरमा भी होते हैं,
खुली आँखों में भी ख्वाब होते हैं
गम में ही अश्क़ बहते हैं,
पर हंसती आँखों में भी शैलाब होते हैं……
मेरे जज़्बात से वाक़िफ़ है मेरी क़लम
मैं प्यार लिखता हूँ तो तेरा नाम लिखा जाता है!
इतना न तड़पाओ की कोई गुनाह कर लूँ मैं;
फिर न कहना के क्यों बर्बाद किया खुद को,
मेरी मुहब्बत के लिए!….
आशिक को भी चाहिए सीने को भी खोल दे
मासूका को भी क्या चाहिए वो भी हमको बोल दे….
मेरी जान आपने आशिकों पर जुल्म ढाती हो
मोहब्बत करके परदे में छिपी आँखे चुराती हो …
बक्शा है तुम्हे रब ने ये हुस्न का खज़ाना
हँस हँस के रहे हक में ओ जानेमन लुटाना …..
फूल है गुलाब का खुश्बू लिया तो करो
पत्र है गरीब का उत्तर दिया तो करो ..