*💞चार लाइने दोस्तों
*💞चार लाइने दोस्तों के नाम💞*
*”काश फिर मिलने की वजह मिल जाए!*
*”साथ जितना भी बिताया वो पल मिल जाए!*
*”चलो अपनी अपनी आँखें बंद कर लें!*
*”क्या पता ख़्वाबों में गुज़रा हुआ कल मिल जाए!*
*”मौसम को जो महका दे उसे ‘इत्र’ कहते हैं!*
*”जीवन को जो महका दे उसे ही ‘मित्र’ कहते है!*
*”क्यूँ मुश्किलों में साथ देते हैं “दोस्त”*
*”क्यूँ गम को बाँट लेते हैं “दोस्त”*
*”न रिश्ता खून का न रिवाज से बंधा है!*
*”फिर भी ज़िन्दगी भर का साथ देते हैं “दोस्त”।*
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