🌷🌷मंगल सवेरा🌷🌷 💐💐🙏🙏🙏🙏💐💐 मंजिल चाहे कितनी
🌷🌷मंगल सवेरा🌷🌷
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मंजिल चाहे कितनी भी ऊँची क्यों न हो…
रास्ते हमेशा पैरों के नीचे होते हैं.!
जो निखर कर बिखर जाए
वो “कर्तव्य” है
और.!
जो बिखर कर निखर जाए
वो
“व्यक्तित्व” है..!
खुद को बेहतर बनाने के लिए इतना समय दें
कि आपके पास दूसरों की बुराई करने का समय ही न बचे।