“सुख और दुःख हमारे


“सुख और दुःख हमारे पारिवारिक सदस्य नहीं, मेहमान है !
बारी बारी से आयेंगे और कुछ दिन ठहर कर चले जायेंगे
अगर वो नहीं आयेंगे..,
तो हम अनुभव कहाँ से लायेंगे ??”
सुप्रभात 🌹


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