‪*अंदाजा तो लगाओ कभी


‪*अंदाजा तो लगाओ कभी अपने सुखों का और दूसरों के दुखों का…*

*मुँह से यही निकलेगा कि, हे मालिक..! तेरा लाख-लाख शुक्र है……!!*


Tags :