‪*कमियाँ तो मुझमें भी


‪*कमियाँ तो मुझमें भी बहुत है,*
*पर मैं बेईमान नहीं।*

*मैं सबको अपना मानता हूँ,*
*सोचता हूँ फायदा या नुकसान नहीं।*

*एक शौक है शान से जीने का,*
*कोई और मुझमें गुमान नहीं।*

*छोड़ दूँ बुरे वक़्त में अपनों का साथ,*
*वैसा तो मैं इंसान नहीं।*

*GOOD MORNING*🌹


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