*पंछी अपने पैरों के
*पंछी अपने पैरों के कारण*
*जाल में फँसतें हैं,*
*परन्तु इंसान अपनी जुबान*
*के कारण।*
*ऊँचा उठने के लिए पंखों की*
*ज़रुरत केवल पक्षियों को ही*
*पड़ती है..*
*मनुष्य तो जितना विनम्रता से*
*झुकता है*
*उतना ही ऊपर उठता है.!!*
🌷💐 *सुप्रभात* 💐🌷