*पन्नों की तरह दिन
*पन्नों की तरह दिन पलटते जा रहें हैं.*
*खबर नहीं कि ये आ रहें हैं या जा रहे हैं.*
🙏🌹 *सुप्रभात* 🌹🙏
*हमेशा अपनी “बात” कहनें का अन्दाज खूबसूरत रखो….*
*ताकि “जवाब” भीं खूबसूरत सुन सको..*
*प्रेम की धारा, बहती है जिस दिल में,*
*चर्चा उसकी होती है, हर महफ़िल में…*
*🌹🌹सुप्रभात*🌹🌹