*वाह री जिंदगी* “”””””””””””””””””‘”””” * शमशान
*वाह री जिंदगी*
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* शमशान के बाहर लिखा था *
* मंजिल तो तेरी ये ही थी *
* बस जिंदगी बित गई आते आते *
* क्या मिला तुझे इस दुनिया से *
* अपनो ने ही जला दिया तुझे जाते जाते *
*वाह री जिंदगी*
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