‪*सीख नहीं पा रहा


‪*सीख नहीं पा रहा हूँ*
*मीठे झूठ बोलने का हुनर,*

*कड़वे सच ने हमसे न जाने*
*कितने लोग छीन लिए।*

शुभरात्रि 🙏🏻


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