‪*”जिन्दंगी को समझना बहुत


‪*”जिन्दंगी को समझना बहुत मुशकिल हैं जनाब,,*

*कोई सपनों की खातिर “अपनों” से दूर रहता हैं*

*और कोई “अपनों” के खातिर सपनों से दूर”…!*
🌹Very Good Night🌹


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