‪.. *ज़िंदगी में कम


‪.. *ज़िंदगी में कम से कम,*
*एक दोस्त “काँच” जैसे और एक दोस्त “परछाईं” जैसे रखो, क्योंकि*
*”काँच” कभी झूठ नहीं बोलता और “परछाईं” कभी साथ नहीं छोड़ती*…

GOOD MORNING


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