. *🌞सूर्योदय अभिवादन🌞* *🌹”स्वर्ण कितना
. *🌞सूर्योदय अभिवादन🌞*
*🌹”स्वर्ण कितना भी मूल्यवान क्यों ना हो किन्तु सुगंध पुष्प से ही आती है। श्रृंगार के लिये दोनों का ही जीवन मे महत्व है।*
*इसी तरह ज्ञान कितना भी मूल्यवान क्यों ना हो, किन्तु उसकी सुगंध बिना आचरण के नही आ सकती।*
*संग्रह किए हुए ढेर सारे ज्ञान की अपेक्षा आचरण में उतरा हुआ रत्ती भर भी ज्ञान श्रेष्ठ है।”*
*आपका दिन शुभ रहे..🙏🏻*
*सुखद रहे..*
🌷🌾🌹💐
*सुप्रभातम्*