1.सब्र कर बन्दे .. मुसीबत
1.सब्र कर बन्दे ..
मुसीबत के दिन गुजर जायेंगे !!
आज जो तुझे देख के हंसते है ,
वो कल तुझे देखते रह जायेंगे !!
त्याग दे सब ख्वाहिशे ..
कुछ अलग करने के लिए !!
” राम ” ने भी खोया बहुत कुछ ,
” श्री राम ” बनने के लिए ..!!
2.समस्याएं इतनी ताक़तवर नहीं हो सकती जितना हम इन्हें मान लेते हैं ,
कभी सुना है ?
कि
अंधेरों ने सुबह ही ना होने दी हो.
3.जिंदगी ऐसे जियो कि कोई हँसे तो
“आपकी” वजह से हँसे,
आप पर नही.
और
कोई रोऐ तो “आपके” लिऐ रोऐ,
आपकी वजह से नही.
4.एक विचारक ने कहा कि मनुष्य में धैर्य हो तो बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान हो सकता है…..
एक व्यक्ति ने प्रश्न किया कि….
क्या धैर्य से आप चलनी में पानी को ठहरा सकते हो…
क्या ये संभव है…??
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विचारक का जवाब था कि…..
‘पानी’ को ‘बर्फ़’ बनने तक का तुम में ‘धैर्य’ होगा तो…
यह भी संभव है…..